मुंबई, 02 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कोलंबिया की EIA यूनिवर्सिटी में आयोजित ‘द फ्यूचर इज टुडे’ कॉन्फ्रेंस में भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी विचारधारा के मूल में कायरता छिपी है। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के 2023 में दिए एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने खुद कहा था कि चीन भारत से कहीं ज्यादा ताकतवर है और हम उससे कैसे लड़ सकते हैं। राहुल का कहना था कि इस सोच से साफ है कि ये लोग शक्तिशाली से भागते हैं और कमजोरों पर हमला करते हैं। यही भाजपा और आरएसएस का स्वभाव है।
राहुल गांधी इन दिनों साउथ अमेरिकी देशों के 10 दिन के दौरे पर हैं। कोलंबिया के अलावा वे ब्राजील, पेरू और चिली भी जाएंगे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र पर लगातार हमला हो रहा है, संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत की असली ताकत उसकी विविधता और लोकतंत्र है, लेकिन मौजूदा हालात में इन मूल्यों पर खतरा मंडरा रहा है। राहुल ने कहा कि सत्ताधारी दल चाहता है कि सभी संस्थाएं उनके मुताबिक काम करें, जबकि असहमति की आवाज को भी लोकतंत्र में जगह मिलनी चाहिए।
छात्रों के सवाल-जवाब के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश को रोज़गार की चुनौती से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें चीन से सीखना होगा कि प्रोडक्शन कैसे बढ़ाया जाए, लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से। उनका कहना था कि केवल सर्विस सेक्टर पर निर्भर रहकर भारत तरक्की नहीं कर सकता। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताते हुए कहा कि मौजूदा सरकार कुछ ही लोगों के हाथों में पूरी अर्थव्यवस्था सौंप रही है।
एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) को लेकर राहुल ने कहा कि पश्चिमी देशों में डर है कि यह नौकरियां खत्म कर देगा, लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। उन्होंने कहा कि तकनीक हमेशा इंसानों द्वारा इस्तेमाल की जाती है और वही इससे सबसे ज्यादा प्रभावित भी होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई बड़ा रोल निभा सकता है, लेकिन जब तक गरीब तबकों को सरकारी सुविधाएं नहीं मिलेंगी, तब तक देश सफल नहीं हो सकता। राहुल ने मानसिक स्वास्थ्य पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सीमित रोजगार अवसरों के कारण भारत में यह समस्या बढ़ रही है। उन्होंने साफ किया कि भारत चीन की तरह जनसंख्या पर सख्त कानून लागू नहीं कर सकता, लेकिन रोज़गार के मौके देकर मानसिक समस्याओं को कम किया जा सकता है।
राहुल गांधी के इन बयानों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि जब मोदी सरकार में भारत मजबूत हो रहा है और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है, तब राहुल गांधी जलन और गुस्से में ऐसे बयान दे रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी बार-बार विदेश जाकर भारत को बदनाम करते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल जब चुनाव हारते हैं तो चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करते हैं, जब केस हारते हैं तो न्यायपालिका पर सवाल उठाते हैं और सेना पर टिप्पणी करने पर सुप्रीम कोर्ट से फटकार भी खा चुके हैं।